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अर्चना श्रीवास्तव
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प्रभात पांडे जी की 'उमराव जान': एक सशक्त काव्य खंड
उमराव जान काव्य खंड समीक्षा - प्रभात पांडे जी की यह कृति समकालीन हिंदी साहित्य में स्त्री विमर्श और सामाजिक संवेदना का सशक्त प्रतिनिधित्व करती है। लखनऊ की संस्कृति का काव्यात्मक चित्रण।

अर्चना श्रीवास्तव
17 अग॰3 मिनट पठन


धर्म
"एक हो ईश्वर तुम, एक ही आकार हो" - अर्चना श्रीवास्तव जी की यह मार्मिक कविता धार्मिक एकता का संदेश देती है। जानिए कैसे मजहब ने हमें बाँटा है और कैसे हम सभी एक ही परमपिता की संतान हैं।

अर्चना श्रीवास्तव
1 अग॰1 मिनट पठन
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